जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार बच्चों को देश और समाज के प्रति सेवाभाव रखने की प्रेरणा देने के लिए बाल साहित्य सुलभ कराने के प्रयास करेगी। इसी उद्देश्य से प्रदेश में बाल साहित्य अकादमी के गठन का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री गहलोत देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू की 130वीं जयन्ती पर मुख्यमंत्री निवास पर गुरूवार सुबह विभिन्न राजकीय स्कूलों से आए करीब 500 विद्यार्थियों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे महात्मा गांधी, पं. नेहरू तथा देश के अन्य महापुरूषों के जीवन के बारे में पढ़े, जानें और उनसे प्रेरणा लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. जवाहर लाल नेहरू और उनके दौर के महान नेताओं ने देश को आजादी दिलाने के लिए गांधी जी के सान्निध्य मेें संघर्षमय जीवन बिताया। उन्होंने कहा कि पं. नेहरू बच्चों से बेहद स्नेह रखते थे और इसी कारण उनके जन्मदिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
गहलोत ने बच्चों को आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं एवं उनके साथ गुब्बारे छोड़े। उन्होंने खादी वेशभूषा में आए बच्चों से गुलाब के फूल ग्रहण किए और बच्चों को टॉफियां बांटी और उन्हें दुलार किया। मुख्यमंत्री ने बच्चों को खाने के पैकेट भी वितरित किए। इस अवसर पर राजस्थान राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल, अन्य सदस्य तथा बाल अधिकार कार्यकर्ता मौजूद थे।