गौतम ने लोगों ने अपील की कि कैंसर या अन्य घातक बीमारी का अंदेशा होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार प्रारम्भ करवाएं। प्रारम्भिक दौर में ही इलाज मिल जाने से इस बीमारी से पूरी तरह खात्मा किया जा सकता है। उन्होंने अपील की कि झाड़ फूंक और अन्य उपायों में समय खराब ना करें अन्यथा बीमारी काबू से बाहर हो सकती है। बच्चे राष्ट्र का भविष्य है। देश का भविष्य मजबूत हो इसके लिए बच्चों को शिक्षा तथा पोषण उपलब्ध करवाने की दिशा में पूरा प्रयास करना होगा। पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधाएं लग्जरी नहीं बल्कि यह प्रत्येक बच्चे का अधिकार है। बच्चे अपने अधिकारों के प्रति सजग नहीं होते है इसलिए जरूरी है कि अभिभावक अतिरिक्त ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि बाल दिवस के अवसर पर यह संकल्प करें कि बच्चों को पोषित और शिक्षित बनाएं और उनके अधिकारों के प्रति भी जागरूक करें। कार्यक्रम में इन बच्चों ने नाटक की प्रस्तुति के माध्यम से कैंसर का इलाज करवाने तथा झाड़ फूंक से बचने का संदेश दिया।
आचार्य तुलसी कैंसर रिसर्च सेंटर की ओर से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में कैंसर का इलाज करवा चुके बच्चों का आमंत्रित किया जाता है। ये बच्चे मंच पर नृत्य, नाटक गीत, कविता जैसी प्रस्तुतियां देते हैं। सेंटर के डॉ.सुरेन्द्र बेनीवाल ने बताया कि पिछले तीन वर्ष से लगातार इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य अभिभावकों को समय पर इलाज के लिए यहां लाने तथा इलाज पूरा करवाने के लिए प्रेरित करना है।