छात्रों के लिए खुलेंगे इंटर्नशिप, रिसर्च और डेवलपमेंट के नए अवसर
जयपुर। भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, जयपुर ने तिमिसोआरा, रोमानिया की बनात यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज एंड वेटरनेरी मेडिसिन्स के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के दौरान बनात यूनिवर्सिटी के वाइस रेक्टर आफ इंटरनेशनल रिलेशंस एंड स्टूडेंट्स अफेयर्स प्रो. सोरिन स्टानस्यू, इरास्मस एंड इंस्टीट्यूशनल को-आर्डिनेटर राॅल पास्कलाउ और बीएसडीयू से कुलपति प्रो. अचिंत्य चौधरी और स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के प्रिंसिपल डॉ. रविकुमार गोयल उपस्थित रहे।
सहमति पत्र के तहत इरास्मस कार्यक्रम के अनुपालन के साथ, दोनों विश्वविद्यालय स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत छात्रों के लिए और इंटर्नशिप कार्यक्रमों के साथ-साथ स्कूल आफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के लिए विश्वविद्यालयों के स्टाफ सदस्यों के लिए अनुसंधान, विकास और नवाचार कार्यक्रमों के लिहाज से अपने दरवाजे खोलेंगे। इस दौरान बीएसडीयू के छात्रों के लिए एक इंटरेक्टिव सेशन भी आयोजित किया गया था, जहां बनात यूनिवर्सिटी की इंटरनेशनल रिलेशंस एंड स्टूडेंट अफेयर्स की टीम ने इरास्मस कार्यक्रम के बारे में और इससे होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बीएसडीयू के प्रो-चांसलर डॉ. (ब्रिगेडियर) सुरजीतसिंह पाब्ला ने कहा, 'यह एमओयू बीएसडीयू के छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए अंतरराष्ट्रीय अवसर जुटाने और अनुभव प्राप्त करने का एक शानदार मौका होगा। छात्रों और संकाय सदस्यों को रोमानिया में शिक्षा प्रणाली और प्रशिक्षण शैली से परिचित होने का मौका भी मिलेगा। इसके अलावा, बनात यूनिवर्सिटी के छात्रों और शिक्षकों को बीएसडीयू में आने और हमारी स्विस दोहरी शिक्षा प्रणाली के साथ-साथ हमारी जड़ों से जुड़ी गहरी संस्कृति के बारे में जानने का मौका मिलेगा।' स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के प्रिंसिपल डॉ. रविकुमार गोयल 27 नवंबर से 2 दिसंबर 2019 तक स्टाफ ट्रेनिंग के लिए एक सप्ताह के लिए रोमानिया जाएंगे और उनके इस दौरे को इरास्मस फंड द्वारा प्रायोजित किया जाएगा। स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के डायरेक्टर-एडमिशंस और प्रिंसिपल डॉ. रविकुमार गोयल ने कहा, 'हमें इस मौके से बहुत फायदा होगा और मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि दोनों विश्वविद्यालय इस एमओयू को बेहतर तरीके से अमल में लाएं। हम उन तकनीकों को सीखेंगे जिनके माध्यम से रोमानिया अपने छात्रों को प्रशिक्षित करता है और उन्हें अपने पेशेवर जीवन के लिए तैयार करता है। मुझे विश्वास है कि यह समझौता ज्ञापन बीएसडीयू को संभावनाएं तलाशने के लिए बेहतरीन अवसर देगा।'