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Showing posts from May, 2020

लॉकडाउन में ऐस स्पोर्ट एकेडमी ने निभाया सामाजिक सरोकार

जयपुर। ऐस स्पोर्ट एकेडमी ने लॉकडाउन के दौरान सामाजिक सरोकार निभाते हुए जरूरतमंदों के भोजन की व्यवस्था की। वैशाली नगर व श्याम नगर की ब्रांचों में खेल गतिविधियों की जगह उन कार्यों ने ले ली, जिनकी वंचित वर्ग को बेहद जरूरत थी। एकेडमी के सदस्यों ने भी अपने स्तर पर मॉस्क आदि का वितरण किया। एकेडमी के सदस्यों ने लॉकडाउन में अपने-अपने घरों में ही प्रैक्टिस को जारी रखा। एकेडमी टीम का मानना है कि लॉकडाउन के बाद अधिक मजबूती से वापसी करेंगे।

जगतपुरा व्यापार मंडल ने किया कोरोना वारियर्स का सम्मान

जयपुर।  रेलवे फाटक के नजदीक जगतपुरा के मेन व्यापार मंडल द्वारा जयपुर में पिछले 65 दिनों से निस्वार्थ भाव से मानवता की सेवा में जुटे कोरोना वारियर्स सर्वेश मिश्रा, आम आदमी पार्टी यूथ विंग प्रदेश संगठन सचिव अभिषेक जैन बिट्टू, आप वरिष्ठ नेता अरविंद अग्रवाल, चंद्रमोहन गुप्ता, नवीन शर्मा, चंद्रकांत शर्मा, रामेश्वर कुमावत आदि का सम्मान माला, दुपट्टा और मास्क भेंट कर किया गया। इस दौरान मेन व्यापार मंडल अध्यक्ष रामस्वरूप घुनावत ने बताया कि हमें अपने कोरोना वारियर्स पर गर्व है जो इस महामारी में अपने जान की परवाह तक ना करते हुए संकट की इस घड़ी में महामारी की मजबूरन मार झेल रहे निर्धन, गरीब और जरूरतमन्द परिवारों की सहायता में लगे रहे। प्रतिदिन एक हजार से अधिक लोगों को खाना, दो सौ से अधिक गायों को चारा खिलाने सहित पक्षियों को दाना, कुत्तों को रोटी, बिस्कुट और बंदरों को केले खिलाना कोई आसान बात नहीं है जो इन सभी कोरोना वारियर्स ने एकजुट होकर प्रतिदिन इन सब की व्यवस्था को बनाकर रखा। यही नहीं पिछले 10 दिनों से इनकी टीम शहरभर में पक्षियों के लिए परिंडे बांधकर एवं जानवरो व गायों के लिए टंकियों की व्...

प्रोजेक्ट्स टुडे सर्वे : दीर्घकाल में बड़े घरों की मांग में वृद्धि, कमर्शियल ऑफिसेज की मांग में बदलाव आएगा

आर्थिक गतिविधियों को तीव्र करने की प्रक्रिया को धीमा करेगा फंड और श्रम की कमी जयपुर। भारत भर के नए और चल रहे प्रोजेक्ट्स का सबसे बड़ा ऑनलाइन डेटाबेस, प्रोजेक्ट्स टुडे ने प्रोजेक्ट जगत के विशेषज्ञों का एक सर्वेक्षण किया है। ये सर्वेक्षण वर्तमान स्थिति पर उनके विचार और पोस्ट कोरोना दौर में संभावित परियोजनाओं में निवेश परिदृश्य के बारे में जानने के लिए किया गया है। पूरे भारत के प्रोजेक्ट जगत के करीब 233 लीडर्स (प्रमोटर, आर्किटेक्ट, सलाहकार और ठेकेदार) ने इस सर्वेक्षण में भाग लिया। अधिकांश प्रतिभागियों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि वर्तमान लॉकडाउन में दवाइयों और स्वास्थ्य सेवा के अलावा, अन्य सभी क्षेत्र प्रभावित हो रहे हैं और लॉकडाउन हटने के बाद इन इकाइयों को कामकाज फिर से शुरू करने में कुछ समय लगेगा। 60 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन ने पूरी अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है। निर्माता, उपभोक्ता और सरकार इस बात को लेकर अनिश्चित है कि महामारी कब धीमी होगी और कब कारखाने और कार्यालय काम करना शुरू करेंगे। भारत ने सबसे लंबा और अभूतपूर्व लॉकडाउन देखा है। देश उन लाखों मजदूरों का रिवर्स माइग्रेशन...

रिलायंस ने चीन से तीन गुना सस्ती और बेजोड़ गुणवत्ता वाली पीपीई किट तैयार की

• रोजाना 1 लाख पीपीई किट हो रही तैयार • 10 हजार लोगों को रोजगार • कई गुना सस्ती कोरोना टेस्टिंग किट की विकसित • चीन से 10 गुना सस्ती पड़ती है टेस्टिंग स्वाब  नई दिल्ली। कोरोना वायरस काल में विभिन्न मोर्चों पर योगदान दे रही मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अब चीन से तीन गुना सस्ती और बेजोड़ गुणवत्ता वाली पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) बनानी शुरू कर दी है। यह किट अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप और बेहतर गुणवत्ता की है। कंपनी के सिल्वासा प्लांट में रोजाना 1 लाख पीपीई किट बनाई जा रही हैं। जहां चीन से आयात की जा रही पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) 2000 रु प्रति किट से अधिक बैठती है। वहीं रिलायंस की इकाई आलोक इंडस्ट्रीज, पीपीई किट मात्र 650 रु में तैयार कर रही है। पीपीई किट डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा पुलिस और सफाई कर्मचारियों जैसे फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाती है।    रोजाना एक लाख से अधिक पीपीई किट बनाने के लिए रिलायंस ने अपने विभिन्न उत्पादन सेंटर्स को इस काम में लगाया है। जामनगर में स्थित देश की सबसे बड़ी रि...

वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता ने कहा कि कामगारों को समझने में असफल रहा देश

वरिष्ठ पत्रकार तथा 'द प्रिंट' के एडिटर-इन-चीफ शेखर गुप्ता ने दैनिक भास्कर में प्रकाशित लेख में कहा कि सड़कों पर निकले कामगारों को समझने में असफल रहा देश। सरकार सोचती रही कि उन्हें कुछ नगदी और मदद चाहिए, हमने सोचा कि उन्हें भोजन की जरूरत। शेखर गुप्ता लिखते हैं कि हम लोग कामकाजी वर्ग को अक्सर उनकी - कमीज के कॉलर के रंग के हिसाब से वर्गीकृत करते हैं, जैसे सफेद कॉलर और नीला कॉलर। लेकिन हमारे राजमार्गों पर आज जो दुखद तस्वीर दिख रही है, उससे लगता है कि श्रमिकों का एक तीसरा वर्ग भी है। जिसे हम कॉलर रहित कामगार कह सकते हैं। ये वे लोग हैं, जो हमारी दैनिक जिंदगी को सुरक्षित और आसान बनाते हैं। ट्रकों से ईंट, सीमेंट और स्टील उतारने, चढ़ाने वाले यही लोग हैं। निर्माण स्थलों पर काम करने वाले, हमारे कपड़ों पर इस्तरी करने वाले, हमारी बगिया के रखवाले, रिक्शा वाले, हमारे बाल काटने वाले, हलवाई की दुकान पर समोसे और जलेबी बनाने वाले यही लोग हैं। काम के दौरान आपने इन्हें कमीज में कितनी बार देखा है? कमीज से इनका काम बाधित होता है, इसलिए वे काम करते समय कमीज उतार देते हैं। वे बनियान या टीशर्ट में काम कर...

स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप-बीएसडीयू की ओर से ऑनलाइन प्रतिस्पर्धा-2020 

जयपुर। ग्लोबल फाउंडेशन फॉर स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप, इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल ऑफ बीएसडीयू और इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) संयुक्त तौर पर एक ऑनलाइन प्रतियोगिता-2020 का आयोजन कर रहे हैं, जिसकी थीम है- ‘कोरोना- द अनसीन वॉर’। प्रतियोगिता 30 वर्ष से कम आयु के सभी राष्ट्रों के 12वीं पास उत्साही नौजवानों के लिए खुली है। यह प्रतियोगिता महामारी कोविड- 19 के खिलाफ ज्ञान का विस्तार करने का एक प्रयास है और इसे तीन विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के साथ आयोजित किया जाएगा- • लेखन करो ना • पेंटिंग करो ना • शॉर्ट फिल्म मेकिंग करो ना। युवाओं को तीन गतिविधियों में से किसी भी एक में भाग लेने की अनुमति होगी। रचनात्मकता की इस प्रतियोगिता के माध्यम से युवाओं को अपने विपुल लेखन कौशल, आर्टवर्क और अपने अभिनय कौशल का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा, जिससे वे अपने आप को बेहतर तरीके से अभिव्यक्त कर पाएंगे। अपने कौशल को प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 5 जून है और विजेताओं की घोषणा 15 जून को की जाएगी। उन्हें अनेक आकर्षक पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। प्रतियोगिता की पूरी जानकारी और इसकी पंजीक...

ऑनलाइन इवेंट्स में जयपुर के अंकित खंडेलवाल ने बनाया रिकॉर्ड

जयपुर। काम वही सोच नई, किसी ने सच ही कहा है कि अगर दिल में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो पूरी कायनात आपका साथ देती है। इसी सोच के साथ जयपुर के सेलिब्रिटी एंकर, ‘एक शाम मां के नाम‘ सीजन-3 के संयोजक और फोर्टी यूथ विंग के एग्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट अंकित खंडेलवाल ने वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर जहां पूरे देश में लॉकडाउन लागू है, लोग अपने-अपने घरों मे बंद हैं, इवेंट इंडस्ट्री पूरी तरह से ठप हो चुकी है, ऐसे समय में अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ ऑनलाइन इवेंट्स में रिकॉर्ड बनाकर इवेंट इंडस्ट्री को इस विषम परिस्थिति में आशा की नई किरण दिखाई है। अंकित ने बताया कि मेरे कुछ कर गुजरने की सोच से ही गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम हुआ। उन्होंने एक साथ एक ही समय पर तीस से अधिक फेसबुक पेज पर एक ही इवेंट को लाइव दिखाकर रिकॉर्ड अपने नाम किया। इस तकनीक के माध्यम से वे एक साथ 10000 से अधिक सोशल मीडिया (फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यू ट्यूब आदि) पर किसी भी कार्यक्रम को लाइव दिखा सकते हैं।

जियो प्लेटफॉर्म्स में जनरल अटलांटिक करेगी 6598 करोड़ का इंवेस्टमेंट

- चार हफ्तों में चौथा बड़ा इंवेस्टमेंट, कुल 67194.75 करोड़ रुपए का इंवेस्टमेंट हुआ - फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स और अब जनरल अटलांटिक नई दिल्ली। जियो प्लेटफॉर्म्स को पिछले एक महीने में चौथा बड़ा इंवेस्टमेंट मिला है। जनरल अटलांटिक ने 1.34% इक्टविटी के लिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 6598.38 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है। जनरल अंटलांटिक ने जियो प्लेटफॉर्म्स की कीमत 4.91 लाख करोड़ रुपए आंकी है। पिछले चार हफ्तों में जियो प्लेटफॉर्म्स में 67194.75 करोड़ रुपए का इंवेस्टमेंट हुआ है। सबसे पहले फेसबुक निवेश लेकर आया। उसके बाद विश्व के अग्रणी निवेशक सिल्वर लेक एवं विस्टा इक्विटी पार्टनर्स और अब जनरल अंटलांटिक।   जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की “फ़ुली ओन्ड सब्सिडियरी” है। ये एक “नेक्स्ट जनरेशन” टेक्नॉलोजी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, वो जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की “होल्ली ओन्ड सब्सिडियरी” बनी रहेगी। रिलायंस इंड्स्टीज लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक...

आत्मनिर्भर भारत अभियान पर वित्त मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस और बैकड्राप में विदेशी कंपनियों के लोगो?

- संजीव माथुर - कोरोना संकट के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से घोषित 20 लाख करोड़ के आत्मनिर्भर भारत अभियान के पैकेज के ब्यौरे को पांच दिनों तक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में विस्तार से बताया। चूंकि प्रधानमंत्री ने पैकेज की घोषणा करते वक्त 38 बार आत्मनिर्भर शब्द का इस्तेमाल किया था (एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार) तथा साथ ही कहा था कि लोकल को हमें अपना जीवन मंत्र बनाना होगा, 'लोकल' के लिए हमें 'वोकल' बनना होगा, इस परिप्रेक्ष्य में जाहिर है कि वित्त मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसी घोषणाएं होनी चाहिए थी, जो 'लोकल' को सीधे राहत पहुंचाती। हालांकि इस पांच दिवसीय वृहत बजट रूपी पैकेज घोषणा कार्यक्रम के दूसरे-तीसरे दिन ही जानकारों की प्रतिक्रियाएं आने लगी थीं कि यह मोदी सरकार की पूर्व घोषणाओं की ही 'रिपैकेजिंग' है। खैर, इस पैकेज पर फिलहाल चर्चाएं जारी रहेंगी और यह देखने वाली बात होगी कि कोरोना संकट से जूझते देशवासियों को यह कैसे और कितनी राहत दे पाएगा। लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की एक बात ने ध्यान आकृष्ट किया कि आत्मनिर्भरता को लेकर...

कोरोना काल के नायकों का सम्मान करेगी एनयूजे-आई

वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता की अध्यक्षता में समिति गठित  नई दिल्ली। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स-इंडिया ने कोरोना काल में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्थाओं और व्यक्तिओं को कोरोना काल के नायक सम्मान से सम्मानित करने की घोषणा की है. कोरोना महामारी के बीच फ्रंटलाइन वारियर्स बनकर कार्य कर रहे प्रोफेशनलस, आम लोगों और संस्थाओं का इस सम्मान हेतु चयन करने के लिए एक सात सदस्यीय चयन समिति का गठन किया है। समिति के अध्यक्ष जाने-माने पत्रकार और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष डा.आलोक मेहता होंगे। समिति में असम के पूर्व मुख्य सचिव और रिटायर आईएएस कमलकांति मित्तल, राममनोहर लोहिया अस्पताल के पूर्व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और स्वयंसेवी संस्था चैपाल के अध्यक्ष डा. आर एस टोंक, भारत के पूर्व हॉकी ओलंपियन और वर्ल्ड कप चैंपियन टीम के खिलाड़ी अशोक ध्यानचंद, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सूचना निदेशक टी एस राणा, सुप्रीम कोर्ट के वकील और पर्यावरणविद अश्विनी दुबे और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य एवं पत्रकार आनंद राणा शामिल हैं। जंतर मंतर रोड स्थित एनयूजे-आई मुख्यालय में शनिवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेस...

रिलायंस जियो का वर्क फ्रॉम होम प्लान लॉन्च

999 रुपए में 84 दिनों तक प्रतिदिन 3 जीबी डेटा 2399 रुपए में एक साल तक प्रतिदिन 2 जीबी डेटा नई दिल्ली। रिलायंस जियो ने अपने वर्क फ्रॉम होम प्रीपेड प्लान्स की घोषणा की है जो काफी अधिक डाटा उपयोग करने वालों के लिए है। कोरोना वायरस के कारण लाकडाउन के इस दौर में घर से काम पर अधिक जोर दिया जा रहा है और इसके लिए निबार्ध चलने वाला इंटरनेट जरूरी है। इसी को ध्यान में रखकर रिलायंस जियो ग्राहकों के लिए केवल 999 के रिचार्ज पर 84 दिन तक हर रोज तीन जीबी हाईस्पीड डाटा के बाद 64 केबीपीएस असीमित डेटा के लाभ का नया प्लान लाया है। इसके साथ ही वर्क फ्रॉम होम वार्षिक प्लान भी प्रस्तुत किये गए है, जिसमें 2399 रुपए में 2 जीबी प्रतिदिन तथा 2121 रुपए में 1.5 जीबी डेटा प्रतिदिन की पेशकश की गयी हैं । इन में अन्य प्लान्स के मुकाबले 33 प्रतिशत अधिक डाटा की पेशकश की गयी हैं। 999 के प्लान में कई अन्य सुविधाएं जैसे वॉइस कॉल की सुविधा, जियो से जियो और लैंडलाइन पर मुफ्त और असीमित कॉल भी शामिल है। प्लान में जियो से दूसरे नेटवर्क पर 3000 मिनट की कॉलिंग मुफ्त दी गई है। इसके अलावा 84 दिन तक 100 एसएमएस प्रति दिन की सुविधाएं...

"अल्लाह की रहमत और डाॅक्टरों की मेहनत से दोबारा मिली जिंदगी"

- निम्स हॉस्पिटल में 72 में से 19 मरीज डिस्चार्ज होकर अपने घर रवाना - मरीजों ने जाते समय हॉस्पिटल स्टाफ का आभार व्यक्त किया जयपुर। निम्स हॉस्पिटल में इलाज करा रहे मरीज जब ठीक होकर वार्ड से बाहर निकले तो उनके चेहरे की खुशी अलग ही दिखाई दे रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे वे मौत को शिकस्त देकर लौट रहे हों। एक मरीज ने बताया कि कोरोना का नाम सुनकर मैं डर गया था। एडमिट होने के बाद यही डर लग रहा था कि इस बार बच्चों के साथ ईद मनेगी या नहीं। अल्लाह की रहमत और हॉस्पिटल के स्टाफ की मेहनत और मेहरबानी से दोबारा जिंदगी मिल गई। इसके लिए हम दोनों के ही शुक्रगुजार हैं। निम्स हॉस्पिटल में काॅरोना का इलाज करा रहे 72 मरीजों में से 44 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आईं जिनमें से 19 की रिपोर्ट दूसरी बार भी निगेटिव आने पर उन्हें हॉस्पिटल स्टाफ ने पुष्प वर्षा कर उनके घर रवाना कर दिया। इस दौरान निम्स हॉस्पिटल के स्टाफ ने उन्हें स्वस्थ रहने की शुभकामनाएं देकर विदा किया। मरीजों ने भी जाते समय हॉस्पिटल स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि खाने और दवाओं के साथ ही साथ स्टाफ ने उनके रोजा इफ्तार आदि का भी पूरा ख्याल रखा।...

जार ने की मुख्यमंत्री से मांग - कोरोना संकटकाल में मीडियाकर्मियों को राहत दे सरकार

जयपुर। जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जार) ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कोरोना महामारी में संकट से घिरे मीडिया जगत और मीडियाकर्मियों को आर्थिक राहत पैकेज दिए जाने की मांग की है। इस संबंध में जार के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा और प्रदेश महामंत्री संजय सैनी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ.रघु शर्मा को पत्र लिखा है। पत्र में बताया कि देश के साथ राजस्थान में भी कोरोना महामारी के प्रकोप का विपरीत असर सभी क्षेत्रों में पड़ा है। मीडिया क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। कोरोना महामारी में मीडिया भी राजस्थान वासियों को जागरुक करने और सहयोग करने में अपनी महती भूमिका निभा रहा है।  मीडियाकर्मियों के सामने कोरोना संकटकाल में कई मध्यम, लघु समाचार पत्रों के बंद होने या छंटनी होने से जीवनयापन का संकट गहरा गया है। स्थानीय टीवी चैनल भी संकट से जूझ रहे हैं। बड़े समाचार पत्र, नेशनल चैनल भी संकट के दौर में है। बड़े और मध्यम समाचार पत्रों, टीवी चैनल में मीडियाकर्मियों व अन्य स्टाफ को वेतन कटौती हो रही है। कुछ समाचार पत्रों में तो पत्रकारों को वेतन नहीं मिला है। ...

इसे आपदा को अवसर में बदलना नहीं, प्यास लगने पर कुआं खोदना बोलते हैं...

- संजीव माथुर - लॉकडाउन के 49वें दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा- 'भारत में जब कोरोना संकट शुरू हुआ तो एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी। एन-95 मास्क का नाममात्र उत्पादन होता था। आज स्थिति यह है कि भारत में हर रोज 2 लाख पीपीई और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं। ये हम इसलिए कर पाए क्योंकि भारत ने आपदा को अवसर में बदल दिया।' सुनकर आश्चर्य हुआ.... सुखद आश्चर्य नहीं, बल्कि एक झकझोर देने वाला आश्चर्य। एक तो हम दिसंबर 2019 के अंत में पड़ौसी चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस के खतरे को समय रहते समझ नहीं पाए, जरूरी तैयारियों जैसे पीपीई किट-मास्क आदि पर ध्यान ही नहीं दिया, इसके विपरीत करीब दो महीने बाद जब भारत में केसों की संख्या अचानक बढ़ती दिखी तब पीपीई किट-मास्क का उत्पादन/इंतजाम करने लगे और इसे आपदा को अवसर में बदलना बता रहे हैं? इसे तो प्यास लगने पर कुआं खोदना बोलते हैं! मुझे याद आता है कि गत 16 फरवरी को जयपुर में एक कैंसर अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित किया गया था। मैं भी उसमें आमंत्रित था। इसमें कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर साहब प्रतिभागियों से सीधा संवाद कर रहे...

निम्स मेडिकल कॉलेज में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज दिवस

केक काटकर दी नर्सिंग स्टाफ को बधाई, चेयरमैन डा. बलवीर सिंह तोमर ने कहा- नर्सिंग स्टाफ होता है डॉक्टर्स की रीड की हड्डी   जयपुर। दिल्ली रोड स्थित निम्स मेडिकल कॉलेज में अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज दिवस मनाया गया। इस दौरान चेयरमैन डा. बलवीर सिंह तोमर ने नर्सिंग स्टाफ को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें देश के सच्चे रक्षक की संज्ञा दी। उन्होंने नर्सिंग स्टाफ की सराहना करते हुए कहा कि नर्सिंग स्टाफ डॉक्टर्स की रीड की हड्डी होता है। उनके सहयोग से ही डॉक्टर अपनी सेवाओं को सफलता तक पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में नर्सिंग स्टाफ की भूमिका सदैव ही महत्वपूर्ण रही है। इन दिनों कोरोना महामारी के समय में उनकी भूमिका और जिम्मेदारी और भी बढ़ गई हैं। ऐसे समय में भी वे पूरी ईमानदारी और निष्ठा से अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। यही कारण है कि विश्वभर में देश के मेडिकल स्टाफ की तारीफ हो रही है। इसके लिए पूरा नर्सिंग स्टाफ बधाई का पात्र है। निम्स मेडिकल कॉलेज के निदेशक डा. अनुराग तोमर ने कहा कि नर्सिंग स्टाफ सदा से ही सम्मान के पात्र रहे हैं। कोरोना महामारी के बाद से इनका सम्मान और बढ़ा है। इसक...

न्यूरोप्लास्टिसिटी : मस्तिष्क को वांछित गुणों के प्रशिक्षण से जैसा चाहें वैसा बनें

- डॉ अनिल तांबी - न्यूरोप्लास्टिसिटी, न्यूरोसाइंस का यह अविष्कार आपके जीवन को बेहतर बनाने में उपयोगी साबित हो सकता है। कुछ वर्षों पहले तक यह माना जाता था कि वयस्क व्यक्ति का मस्तिष्क एक बार विकसित होने के बाद उसमें किसी प्रकार का परिवर्तन किया जाना संभव नहीं है परंतु आधुनिक अनुसंधान बताते हैं कि जब तक हम जीवित है, तब तक मस्तिष्क अपने आप को नियमित रूप से Remould करता रहता है। हमारे मस्तिष्क में नए न्यूरॉन्स के बनने तथा उनके मध्य संबंधों के और घनिष्ठ होने की प्रक्रिया को न्यूरोप्लास्टिसिटी कहते हैं। इससे हम नई चीजें तथा आदतें सीखते हैं। जैसे यदि किसी व्यक्ति का चिंता करने का स्वभाव है और वह नियमित रूप से गाइडेड इमेजरी का अभ्यास करें तो वह रिलैक्स रहने की आदत सीख सकता है। अब ब्रेन एक नए डिफॉल्ट सेटिंग में आ जाता है अर्थात जैसे ही कोई चुनौतीपूर्ण घटना घटी, जहां पहले वह तनाव व चिंताग्रस्त हो जाता था, अब वह शांत रहने लगता है. Self-directed न्यूरोप्लास्टिसिटी वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हम मस्तिष्क को वांछित गुण एवं आदतों के लिए प्रशिक्षण दे सकते हो। यदि हम नियमित रूप से कुछ हफ्तों एवं महीनो...

दिव्यांगों के लिए नारायण सेवा संस्थान का 'परामर्श' अभियान

वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम दिव्यांग लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श सेवाएं फेसबुक और यूट्यूब पर 14 मई तक निशुल्क उपलब्ध कराएगी जयपुर। दिव्यांग लोगों की बेहतरी के लिए समावेशी कल्याण की दिशा में काम करने वाले संगठन नारायण सेवा संस्थान ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के वर्तमान दौर में 'परामर्श' अभियान लांच किया है। इस अभियान के तहत वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम दिव्यांग लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श सेवाएं निशुल्क उपलब्ध कराएगी। यह अभियान फेसबुक और यूट्यूब पर 14 मई तक रोजाना सुबह 10 बजे से 1 घंटे तक लाइव रहेगा। लाइव सत्रों के दौरान, गैर कोविड- 19 मरीजों को मुफ्त चिकित्सा परामर्श प्रदान किया जाएगा और सामान्य बीमारियों के बारे में आवश्यक परामर्श प्रदान किया जाएगा। चिकित्सा विशेषज्ञ नेचुरोपैथी, कृत्रिम अंग और फिजियोथेरेपी पर जानकारी प्रदान करेंगे। वर्तमान में जबकि हम एक व्यापक वैश्विक महामारी का सामना कर रहे हैं, इसी दौर में अनेक रोगी गंभीर बीमारियों जैसे कि चिंता, अवसाद, बुखार, खांसी, जीवन शैली से प्रेरित स्वास्थ्य समस्याओं, थैलेसीमिया, क्रोनिक पीरियोडोंटाइटिस, हैजा, टाइफाइड और पैराथायफाय...

एनयूजे की ओर से पत्रकारों के लिए आर्थिक सहायता की मांग

प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, भाजपा अध्यक्ष, कांग्रेस अध्यक्ष तथा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा व पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों को लिखा पत्र नई दिल्ली। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स-इंडिया ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन के कारण पड़े असर के चलते बेरोजगार हुए पत्रकारों के लिए आर्थिक सहायता की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से की है। साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कांग्रेस शासित राज्यों में सहायता कराने की मांग की है। एनयूजे के अध्यक्ष रास बिहारी ने बताया कि संगठन की तरफ से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री जगन रेड्डी, तेलगांना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर को पत्र भेजकर आर्थिक संकट से जूझ रहे पत्रकारों की सहायता करने की मांग की गई।   रास बिहारी ने बताया कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, भाजपा अध्यक्ष, कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भेजे गए पत्र मे कहा गया कि कोरोना महामारी के प्रकोप के दौरान मीडिया अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा र...

अवतरण दिवस पर घर-घर पूजांजलि कार्यक्रम

जयपुर। आचार्य पुलक सागर महाराज के 50वें अवतरण दिवस पर आयोजित हुए तीन दिवसीय कार्यक्रमों का समापन सोमवार को हुआ। अंतिम दिन सोमवार को पूजांजलि कार्यक्रम का आयोजन हुआ। प्रात:  8 बजे से 10  बजे तक हुए इस कार्यक्रम में पुलक मंच परिवार गायत्री नगर जयपुर के पचास से ज्यादा परिवारों ने गुरु पूजन, विधान आरती एवं चालीसा करके गुरु चरणों में अपनी आस्था व्यक्त की। पुलक मंच परिवार की राष्ट्रीय मंत्री बीना टोंग्या ने बताया कि 9 मई से 11 मई तक पुलक चेतना मंच एवं महिला जागृति मंच के संयुक्त तत्वाधान में भारत गौरव आचार्य पुलक सागर के 50वें अवतरण दिवस पर हुए आयोजनों में श्रद्धालुओं ने जोर-शोर से भाग लिया। इसके तहते 9 मई को जरूरतमंदों को राशन किट और महिला अस्पताल में चिकित्सकों को पीपीई किट दिए गए। लॉकडाउन की विषम परिस्थियो के कारण पुलक पर्व पर आयोजित त्रिदिवसीय कार्यक्रम घर में रहकर पूरी श्रद्धा से मनाए गए। अवतरण दिवस पर सोमवार को आचार्य पुलक सागर ने प्रात: 8.15 पर सभी गुरुभक्तों को लाइव आशीर्वाद प्रदान किया। दोपहर में समाज के ख्याति नाम भजन गायकों ने गुरुदेव का विनयांजलि महोत्सव अपनी मधुर स्वर ...

"जब मैं इतना छोटा बच्चा कोरोना को हरा सकता हूं तो आप क्यों नहीं?"

कोरोना को मात देकर लौटा लिटिल चैंप, फिर खेलने लगा फुटबॉल स्वास्थ्य विभाग में एएनएम दादी ड्यूटी के दौरान सेवा करते हुए पॉजिटिव हुई, बाद में 7 साल का पोता भी   - मदन कलाल - जयपुर। फुटबॉल खेल रहे इस नन्हे बच्चे को बेहद गौर से देखिए। पहली कक्षा में पढ़ने वाला कुशाग्र है ये। कोरोना से खौफ खाने वाले देश-दुनिया के लिए रोल मॉडल। कोरोना पॉजिटिव निकला, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। करीब 20 दिन हॉस्पिटल में गुजारने के बाद चैंपियन बनकर लौटा है। अब घर में फिर फुटबॉल के साथ। हर पल गहरी आशंकाओं के बीच इतने दिन हॉस्पिटल से मम्मी-पापा को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर हिम्मत दिलाता रहा- मैं मस्त हूं, मस्त होकर लौटूंगा मम्मा। जयपुर के इस लाडले को देखकर कोरोना से खौफ खाने वालो में जरूर से नई जान आएगी। कुशाग्र बड़ी मासूमियत से हर किसी से अपील करता है-जब मैं इतना छोटा बच्चा कोरोना को हरा सकता हूं तो आप क्यों नहीं? वह कहता है- डरो नहीं। हिम्मत रखो, खुद डर कर भाग जाएगा कोरोना। कुशाग्र तुम्हें हमारा सैल्यूट। जल्दी उठता, खुद कपड़े धोता, पानी गर्म कर पीता कुशाग्र : कुशाग्र की दादी सुषमा मेडिकल डिपार्टमेंट में हैं। इस...

राजस्थान में 2.41 करोड़ ग्राहकों के साथ रिलायंस जियो सबसे आगे

ट्राई की रिपोर्ट : एक माह में करीब 3 लाख ग्राहक जोड़े, प्रदेश  में दबदबा बरकरार, बाजार पकड़  36.9 प्रतिशत जयपुर। भारत की अग्रणी डिजिटल सेवा प्रदाता कंपनी रिलायंस जियो ने राजस्थान में एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन किया है। जियो ने राजस्थान में 31 जनवरी 2020 तक 2.41 करोड़ ग्राहकों का आधार हासिल किया। इस बड़े ग्राहक आधार के साथ जियो राजस्थान में नंबर एक टेलीकॉम ऑपरेटर के स्थान पर बरक़रार है। इन दिनों कोरोना वायरस के हालात में तो यह प्रवासी मजदूरों का एक बड़ा हथियार साबित हुआ है। ट्राई के द्वारा इसी सप्ताह जारी रिपोर्ट के अनुसार जनवरी महीने में जियो ने कुल 2.90 लाख नए उपभोक्ताओं को जोड़ा और अन्य दूरसंचार ऑपरेटरों से बेहतर प्रदर्शन किया। जनवरी में वोडाफोन-आइडिया और भारती एयरटेल का ग्राहक आधार क्रमशः 59,819 और 74,250 से कम हुआ। ट्राई की रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य में भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने भी जनवरी 2020 में 59,217 नए ग्राहक जोड़े हैं। राजस्थान का कुल वायरलेस सेवा का ग्राहक आधार 31 जनवरी 2020 तक बढ़कर 6.55 करोड़ पहुंच गया है और इस महीने में कुल ग्राहक आधार 2.22 लाख तक बढ़ा है।...

राजस्थान सरकार ने 96,000 मजदूरों को पहुंचाया उनके राज्य

1 मिलियन से ज्यादा मजदूरों ने विविध राज्यों से राजस्थान आने के लिए कराया पंजीकरण जयपुर। कोविद-19 ने पूरी दुनिया में आवाजाही को पिछले कुछ महीनों से अपंग कर दिया है। जिस कारण लाखों प्रवासी मजदूर देश के कई हिस्सों में फंस गए थे। शुरुआत में उन पर किसी का ध्यान नहीं गया जिस कारण उनमें से हजारों लोग अपने गाँव तक पहुँचने के लिए मीलों का सफर पैदल पूरा करने के लिए निकल गए थे। जिसके परिणामस्वरूप पूरे भारत में कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई। शुरुआती दौर में बसों को  चलाया गया परंतु बाद में देश भर में ट्रेनों की आवाजाही शुरू करने मांग की गई। अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार ने इन प्रवासी मजदूरों की परिवहन प्रक्रिया को आसान बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जैसे ही रेलवे परिवहन की अनुमति प्राप्त हुई, राजस्थान सरकार ने मजदूरों के साथ-साथ कोटा में फंसे छात्रों को भी बाहर निकालना शुरू कर दिया, जिसे भारत का शिक्षा केंद्र भी कहा जाता है। अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल के नेतृत्व में पैनल इस आवाजाही पर नजर रख रहा है और फंसे हुए मजदूरों की आसान यात्रा सुनिश्चित करने के लिए अन्य राज्यों...

पर्यावरण अनुकूल बांस के सैनिटरी पैड तैयार किए छात्राओं ने 

पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए कई नवाचार हुए हैं। मुंबई से सटे रायगढ़ के लोधीवली गांव के स्कूल में नौवीं-दसवीं कक्षा की 3 छात्राओं ने कमाल का काम किया है। इन्होंने बांस से पर्यावरण अनुकूल सैनिटरी पैड तैयार किया है। इन्होंने राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक सम्मेलन में 74 स्कूलों को पछाड़कर पहला स्थान प्राप्त किया है। बांस से सैनिटरी पैड बनाने का काम जिन छात्राओं ने किया है, उनमें हिमानी जोशी, पूर्वा बेलगल्ली और केतकी लबडे शामिल है। तीनों छात्राओं की कामयाबी की सराहना सभी जगह हुई। छात्राओं के स्कूल का संचालन रिलायंस फाउंडेशन करती है।

दीया कुमारी ने किया ट्वीट, मिले तीखे जवाब

भाजपा सांसद ने किया था ट्वीट - 7 दिन दुनिया देखेगी प्रधानमंत्री मोदी का महामिशन, भारत ऐसे लाएगा हजारों भारतीयों को जयपुर। राजसमंद से भाजपा सांसद दीया कुमारी के शुक्रवार को किए गए ट्वीट '7 दिन दुनिया देखेगी प्रधानमंत्री मोदी का महामिशन, भारत ऐसे लाएगा हजारों भारतीयों को' के बाद उन्हें तीखे जवाब मिले। ट्विटर पर लोगों ने प्रवासी मजदूरों की घर वापसी की समस्या को लेकर सवाल उठा दिए। एक ने औरंगाबाद हादसे की फोटो शेयर करते हुए लिखा कि ऐसा तो नहीं होना चाहिए मैडम, ये भी इंसान है, इनके लिए भी कुछ व्यवस्था होनी चाहिए थी। जबकि दूसरे ने लिखा, देश की जनता रोड पर मरती रहे और विदेश मैं डंका बजता रहे। मैडम एक आध ट्वीट यहां जो मजदूर मर रहे हैं उनके लिए भी कर दो। और मोदी जी का जो डंका बज रहा है वो दुनिया मीडिया के माध्यम से देख रही है, कैसा हाल हो रखा है मजदूरों का। एक अन्य ने लिखा- पहले हमें भी अपने घर भेज दो, यहां खाना-पीना बहुत मुश्किल हो रहा है। कल भी बॉर्डर से वापस कर दिया। वोट देने यही मजदूर प्रवासी लोग आते हैं कोई विदेशी नहीं।   

मॉडिफाइड लॉकडाउन के बाद अजमेर, अलवर, कोटा और पाली में वायु गुणवत्ता में सुधार

जयपुर। प्रदेश में मॉडिफाइड लॉकडाउन के बाद अजमेर, अलवर, कोटा और पाली जिलों में वायु गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया है। मण्डल के अध्यक्ष पवन कुमार गोयल ने बताया कि मण्डल द्वारा प्रीलॉकडाउन, लॉकडाउन तथा मॉडिफाइड लॉकडाउन की अवधि का परिवेशी वायु गुणवत्ता, प्रमुख प्रदूषणों तथा नाइट्रोजन डाई ऑक्साइड जैसे मापदंडों द्वारा तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। कोविड-19 महामारी के खतरे से निपटने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में 22 से 31 मार्च तक लॉकडाउन लगाया गया था जिसके कारण यात्रा पर लगाए गए कड़े प्रतिबंध और वायु प्रदूषण वाले क्षेत्रों सहित गैर-आवश्यक गतिविधियों को बंद करने के परिणाम स्वरूप राज्य के कई कस्बों और शहरों में वायु की गुणवत्ता में सुधार देखा गया है।    राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल अपने 10 सतत परिवेशी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों के नेटवर्क के माध्यम से राज्य में वायु गुणवत्ता की निगरानी कर रहा है। लॉकडाउन की अवधि की तुलना में भिवाड़ी, जयपुर (आदर्श नगर), जयपुर (पुलिस कमिश्नरेट), जयपुर (साइंस पार्क), जोधपुर और उदयपुर में मॉडिफाइड लॉकडाउन की अवधि के दौरान वायु गुणवत्ता खराब...

जियो को मिला तीन हफ्तों में तीसरा हाई प्रोफाइल इंवेस्टर

विस्टा इक्विटी पार्टनर्स  2.32% हिस्सेदारी के लिए करेगा 11,367 करोड़ का इन्वेस्टमेंट नई दिल्ली। जियो प्लेटफ़ॉर्म्स में 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए विस्टा इक्विटी पार्टनर्स 11,367 करोड़ रुपये निवेश करेगा। यह पिछले तीन हफ्तों के भीतर जियो प्लेटफॉर्म्स में तीसरा बड़ा इंवेस्टमेंट है। जियो प्लेटफॉर्म्स का इक्विटी मूल्य 4.91 लाख करोड़ रु और एंटरप्राइज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ रु आंका गया है। जियो प्लेटफॉर्म्स में इस निवेश के बाद विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, रिलायंस और फेसबुक के बाद सबसे बड़ा निवेशक बन गया है। जियो प्लेटफॉर्म्स ने अग्रणी प्रौद्योगिकी निवेशकों से 60,596.37 करोड़ जुटाए हैं।    अप्रैल में हुए फेसबुक निवेश के मुकाबले विस्टा का निवेश 12.5 प्रतिशत प्रीमियम पर हुआ है। इस सप्ताह की शुरुआत में जियो में सिल्वर लेक द्वारा निवेश किया गया था। वह निवेश भी फेसबुक सौदे से प्रीमियम पर था। विस्टा इक्विटी पार्टनर्स एक अमरिकी निवेश फर्म है जो विशेष रूप से तकनीक और सॉफ्टवेयर कंपनियों में निवेश करती है। विस्टा दुनिया की 5वीं बड़ी एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर कंपनी है। जिसका कम्युलेटिव कैपिटल क...

आप के जुनून को सेल्यूट डॉक्टर मुकेश जाटव

- अजय शर्मा - निवाई पशु चिकित्सालय के प्रभारी मेरे मित्र डॉक्टर मुकेश जाटव को सलाम। ये सलाम इसलिए कि जयपुर में दुर्घटना में घायल पत्नी को छोड़ वे इन दिनों लॉकडाउन में भाग भागकर अपनी टीम के साथ बेजुबान पशुओ की जान बचा रहे हैं। चूंकि इन दिनों मेरा उनसे संपर्क भी अधिक रहा तो उनकी ये मेहनत नजर आई। डॉक्टर मुकेश जाटव से मेरा परिचय वैसे तो वर्ष 2006 से है। पीपलू में कोई बड़ा घटनाक्रम हुआ था। टोंक से कनेक्टिविटी रात को न के बराबर थी। हम सोच रहे थे कि संवाददाता रामबाबूजी शायद ही फ़ोटो/खबर ला पाए। देर रात को रामबाबूजी इन्ही डॉक्टर साहब के साथ बाइक पर खबर/फ़ोटो लेकर आये। बाद में इनके सभी पत्रकारों से मित्रवत संबंधों का भी पता लगा। जयपुर तबादले के बाद काफी अर्से तक हमारी मुलाकात भी नहीं हुई। मंत्रीजी ओर डायरेक्टर साब के यहां एकाध बार टकरा गए। अभी अपने वाइट कबूतरों को लेकर एक बार फिर डॉक्टर मुकेश जाटव से बातचीत हुई। पता लगा कि सड़क हादसे के बाद भाभीजी एक तरह से बेड पर ही है। ऑपरेशन भी हुआ पर पैर की तकलीफ बढ़ती ही गई है। वहां से रोज फ़ोन पर चिंताजनक रिपोर्ट ही मिल रही थी। मैंने मंत्रीजी और डायरेक्टर साब से...

कोई भी कीमत चुकाना मर जाने से बेहतर है : सदगुरु

ईशा फाउंडेशन के सदगुरु का कहना है कि कुछ ऐसे समय होते हैं जब कुछ ना करना कुछ करने से ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। कोरोना संकट ऐसा ही वक्त है। अभी सारा ध्यान जिंदा रहने पर केंद्रित होना चाहिए। इस प्रयास में बहुत अधिक कीमत लगेगी, लेकिन कोई भी कीमत चुकाना मर जाने से बेहतर है।

तब 50 ग्राम की जयपुरी रजाई मचाती थी धूम

जयपुर। जयपुरी रजाई दुनियाभर में प्रसिद्ध है। गुलाबी नगर घूमने आने वाले देसी-विदेशी पर्यटक यहां से वजन में हल्की और गर्माहट में अव्वल जयपुरी रजाई खरीदकर ले जाना नहीं भूलते। इस दौर में जो 1 से 1.5 किलोग्राम की जो जयपुरी रजाइयां बनाई जाती है, वो राजा-महाराजाओं के जमाने में मात्र 50 ग्राम की बनती थी। जयपुर राजघराने के माधोसिंह जब इंग्लैंड गए थे, तब अपने दोस्तों को भेंट करने के लिए 50 ग्राम की जयपुरी रजाइयां ही लेकर गए थे। उस समय रियासत के पिनारों को जैसे ही रजाइयां बनाने का आदेश मिलता था तो वे बनाने में जुट जाते थे। तेज सर्दी में रात को राजा स्वयं गरीबों को रजाइयां बांटने के लिए निकलते थे। बरामदों में ठिठुरते गरीबों को जयपुरी रजाई ओढ़ा जाते थे। पिनारे रजाइयों में हिना और केसर कस्तूरी का इत्र भी डाल देते थे, जिसकी सुगंध सालों तक रहती। रामसिंह द्वितीय ने ग्वालियर के महाराजा जियाजीराव सिंधिया को ऐसी इत्र की रजाई भेंट की थी। पिनारों ने मोरारजी देसाई व इंदिरा गांधी को 50 ग्राम की जयपुरी रजाई भेंट की थी। जयपुरी रजाई के बारे में प्रसिद्ध है कि इसे अंगूठी में से भी निकाला जा सकता है। #3

इजरायल में बनी कोरोना की वैक्सीन

रक्षा मंत्री बेनेट का दावा, अब इसके पेटेंट और बड़े पैमाने पर उत्पादन की तैयारी  नई दिल्ली। विश्वव्यापी कोरोना संकट के बीच राहत भरी खबर सामने आई है। इजरायल ने दावा किया है कि उसके मुख्य जैविक अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के लिए एक एंटीबॉडी विकसित करने में सफलता हासिल कर ली है। अब इसके पेटेंट और बड़े पैमाने पर संभावित उत्पादन के बारे में काम चल रहा है। इस संबंध में जारी बयान में कहा गया है कि यह एंटीबॉडी वायरस पर अटैक करता है और उसे शरीर में बेअसर कर देता है। पेटेंट की प्रक्रिया के बाद अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों से संपर्क करके वाणिज्यिक स्तर पर एंटीबॉडी का उत्पादन किया जाएगा। इजरायल के रक्षा मंत्री नफ्ताली बेनेट ने यह दावा करते हुए कहा है कि हमें इस महत्वपूर्ण सफलता के लिए संस्थान के कर्मचारियों पर गर्व है।

राहुल गांधी से बोले अभिजीत बनर्जी - अस्थाई राशन कार्ड से दूर होगी परेशानी

कोरोना महामारी के इकोनॉमी पर असर और उससे निपटने के उपायों पर राहुल गांधी और अभिजीत बनर्जी का संवाद  नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज अर्थशास्त्र के नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी से बातचीत की। इस दौरान कोरोना महामारी के इकोनॉमी पर असर और उससे निपटने के उपायों पर करीब आधे घंटे चर्चा हुई। प्रस्तुत हैं बातचीत के अंश : राहुल गांधी – तो जो कुछ अहम बातें जिनपर मैं आपके साथ चर्चा करना चाहता हूं उनमें से एक है कोविड और लॉकडाउन का असर और इससे गरीब लोगों की आर्थिक तबाही। हम इसे कैसे देखें? भारत में कुछ समय से एक पॉलिसी फ्रेमवर्क है, खासतौर से जब हम यूपीए में थे तो हम गरीब लोगों को एक मौका देते थे, मसलन मनरेगा, भोजन का अधिकार आदि…और अब ये बहुत सारा काम जो हुआ था, उसे दरकिनार किया जा रहा है क्योंकि महामारी बीच में आ गई है और लाखों-लाखों लोग गरीबी में ढहते जा रहे हैं। यह बहुत बड़ी बात है…इसके बारे में क्या किया जाए? डॉ बनर्जी – मेरी नजर में यह दो अलग बातें हैं। एक तरह से मैं सोचता हूं कि असली समस्या जो तुरंत है वह है कि यूपीए ने जो अच्छी नीतियां बनाई थीं, वह इस समय नाकाफी हैं। सरकार ने...

आमजन esanjeevaniopd.in पर क्लिक कर आनलाइन ले सकेंगे टेली-कंसल्टेंसी

जयपुर। चिकित्सा विभाग ने प्रदेशवासियों को घर बैठे उपचार व परामर्श सेवाएं सुलभ कराने के लिए ऑनलाइन टेली-कंसल्टेंसी सेवा (चिकित्सकीय परामर्श सुविधा) का नवाचार किया है जिसके तहत esanjeevaniopd.in पोर्टल लॉन्च किया जाएगा।  यह सेवा लॉकडाउन या कर्फ्यू इत्यादि के समय में भी लाभकारी होगी। इस ऑनलाइन सेवा की औपचारिक शुरुआत सोमवार सुबह 11 बजे स्वास्थ्य भवन में होगी।   चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार कोविड जैसी महामारी के बीच प्रदेश की जनता को अन्य बीमारियों से परेशान नहीं होने देगी। इसी के मद्देनजर आमजन के लिए इस पोर्टल की लॉन्चिग की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस सुविधा से मरीज घर बैठे गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय सेवाएं निःशुल्क प्राप्त कर सकता है। इससे आने-जाने में लगने वाले समय की भी बचत होगी, जोकि लॉकडाउन में बेहद जरूरी है।   डॉ. शर्मा ने बताया कि इस पोर्टल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, राजस्थान, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार व सी-डेक, मोहाली ने मिलकर तैयार किया है। इसे 4 मई ...

'रूट्स पोस्ट' ने उठाया मुद्दा, राजस्थान सरकार ने माना

- राजस्थान में पान, गुटखा, तम्बाकू आदि के विक्रय पर जारी रहेगा प्रतिबंध, गृह विभाग ने जारी किए आदेश - - केंद्र सरकार ने रेड जोन तक में दी थी छूट -   जयपुर। केंद्र सरकार की ओर से लॉकडाउन-3 में पान-गुटखा-तम्बाकू की दुकानें खोलने की छूट का मुद्दा 'रूट्स पोस्ट' में उठाए जाने के बाद राजस्थान सरकार ने तो इन पर प्रतिबंध जारी रखा है। शनिवार देर रात गृह विभाग की ओर से जारी आदेश में पान, गुटखा, तम्बाकू आदि के विक्रय पर प्रतिबंध भी शामिल है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने शुक्रवार शाम जारी आदेश में लॉकडाउन-3 में शराब के साथ पान-गुटखा-तम्बाकू की दुकानें खोलने की छूट रेड जोन तक में दे दी थी। 'रूट्स पोस्ट' ने 'पिछले 40 दिनों की स्टे होम की तपस्या व्यर्थ ना चली जाए' शीर्षक से मुद्दा उठाते हुए तम्बाकू, गुटखा, पान मसाला की बिक्री में छूट को खतरनाक बताते हुए केंद्र के निर्णय पर प्रश्नचिह्न लगाया था। इसके बाद शनिवार देर रात राजस्थान सरकार ने पान, गुटखा, तम्बाकू आदि के विक्रय पर प्रतिबंध के आदेश जारी कर दिए।

कोरोना संकट में सनशाइन होप समिति चला रही सेवा कार्य

जयपुर। कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान आमजन को राहत देने के लिए सनशाइन होप समिति की ओर से कई सेवा कार्य किए जा रहे हैं। रामनगर विस्तार स्थित एनजीओ कार्यालय के ग्राउंड में प्रतिदिन 250 जरूरतमंदों को भोजन वितरित किया जा रहा है। जहां सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाता है। एनजीओ की टीम ने बड़ी संख्या में मास्क, ग्लव्स, सैनिटाइजर, साबुन, बिस्किट आदि का भी वितरण किया है। इसके अलावा रामनगर विस्तार, स्वेज फार्म, मोहन कॉलोनी, शांति नगर, महेश नगर, करतारपुरा, नंदपुरी, 22 गोदाम औद्योगिक क्षेत्र, रानी सती नगर, श्याम नगर, विवेक विहार मेट्रो स्टेशन के पास, देवी नगर, राधा विहार, गुर्जर की थड़ी, कच्ची बस्ती, अशोकपुरा, सुशीलपुरा, बडौदिया बस्ती, वाल्मिकी बस्ती आदि क्षेत्रों में जरूरतमंदों को राशन सामग्री भी बांटी जा रही है। प्रशासन के साथ मिलकर समिति कोरोना के संबंध में जागरूकता अभियान चला रही है। समिति अध्यक्ष पुष्पा मित्तल, सचिव इंदिरा चौधरी, उपाध्यक्ष रमाकांत शर्मा, संरक्षक वी.के. माथुर, सुनीता माथुर, आर.सी. माहेश्वरी, अंजलि मित्तल, शंकरलाल राठी आदि पूरी शिद्दत से सेवा कार्यों में जुटे हुए हैं।

सहज योग स्वर्ण जयंती वर्ष के दौरान दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन दैनिक ध्यान

- परम पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी द्वारा प्रणित सहज योग, 36 लाख से अधिक लोग शामिल, 1 से 5 मई तक आयोजन - नई दिल्ली। परम पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी द्वारा प्रणित सहज योग के स्वर्ण जयंती (50 वीं वर्षगांठ) को यादगार बनाने के लिए पिछले 40 दिनों से दुनिया के 70 से भी अधिक देशों के लाखों श्रद्धालु सामूहिक ऑनलाइन ध्यान का हिस्सा बनते जा रहे हैं। सहज योग के स्वर्ण जयंती वर्ष में परम पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी सहज योग ट्रस्ट (नेशनल ट्रस्ट) के माध्यम से दिन में दो बार दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन ध्यान सत्र का आयोजन किया जा रहा है। यूट्यूब चैनल “प्रतिष्ठान पुणे” से जो आंकड़े प्राप्त हुए हैं उससे यह ज्ञात होता है कि पिछले 40 दिनों में 36 लाख लोगों द्वारा 14 लाख घंटे तक सहज योग ध्यान किया गया। सहज योग एक आंदोलन है, एक अभ्यास है और एक जीवन शैली है। यह प्राचीन ग्रंथों में व अनेक अवतरणों द्वारा भलीभांति वर्णित है। हालांकि यह अपने गैर व्यावसायिक प्रकृति के कारण ध्यान का एक कम ज्ञात स्वरूप है। सहज योग ध्यान के इस रूप से साधकों को कुंडलिनी की गति द्वारा चैतन्य और समग्र सकारात्मक परिवर्तन का अनु...